इस फेस्टिवल का आयोजन शिव भक्तों द्वारा किया जाता है, जो हर साल फाल्गुन महीने में आयामपूर्णिमा पर होता है। इस दिन मासानों पर होली खेलना माना जाता है और इसी से उत्सव का नाम शंकर भक्तों का उत्सव पड़ा है।
इस उत्सव जीवन और शरीर-मन की विधि के बारे में एक महत्वपूर्ण सबक सिखाता है।
यहां| इस दिन मासानों पर होली खेलने का महत्व क्या होता है?
यह उनके लिए प्रेम और भक्ति की भावना को दर्शाता है।
इससे पता चलता है शिव भक्तों के प्रति उनका अन्य रूप से प्यार।
बनारस संस्थान में रंग उड़े, सांसारिक दुःख छूटे
यहाँ इस जगत में आने वाले हर इंसान का एक ही लक्ष्य होता है - सुख पाना।
मनुष्य का ये मार्ग| अक्सर दुःखों से भरा रहता है। हर दिन नए चुनौतियां हमारे सामने आती हैं, जो हमें परेशान करती हैं और हार में धकेल देती हैं।
परंतु क्या आप जानते हैं कि आपको| एक ऐसा स्थान है जहाँ ये सब दुःख दूर हो जाते हैं? हाँ, वो जगह है
बनारस।
यह प्राचीन पुराणिक स्थल न सिर्फ अपने धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है बल्कि इसकी पवित्रता से भी प्रसिद्ध है।
बनारस में आपका हर कदम एक एक अनोखे सफ़र की तरह होता है। यह जगह आपको| अपने जीवन के तनावों से मुक्त होते हुए,
अंदरूनी शांति पा सकते हैं।
यहाँ आपके सभी दुःख दूर हो जाते हैं| और masan ki holi आप अहंकार से मुक्त होकर, अपने वास्तविक स्वरूप को पाते हैं।
प्रेम से परलोक, कब्रिस्तान होली का सौंदर्य
इस जगत में हर कोई रहता है और यह जीवन भरण चाहता है. लेकिन, जब एक प्रेमी अपने प्रेमिका को खो देता है, तो उसकी आत्मा उसके प्यार में चली जाती है. हर समय मकबरा होली का महोत्सव मनाया जाता है, जो जन्नत और निर्वाण के बीच के संबंध को दर्शाता है.
यहाँ पर लोग प्यार से होली मनाते हैं, और धरती की ओर जाते हैं.
होली बर्निंग मैसोलम, बनारस की खास प्रथा
बनारस शहर अपने अनोखे रीति-रिवाजों के लिए दुनिया में मशहूर है। हर साल जब रंगों का त्योहार होली आता है, तो बनारस में एक विशिष्ट परंपरा देखने को मिलती है। यह परंपरा है कि लोग मंदिरों में होली जलाते हैं। ऐसा करने का उद्देश्य पवित्रता प्राप्त करना होता है और मानसिक रूप से स्वच्छ होना। यह परंपरा कई लोगों के लिए एक सामाजिक महत्व रखती है, जो इसे बनारस की विशेषता बनाती है।
मृत्यु को पार करें मन, मसान होली में रंगों का समागम
यह मेला एक ऐसा अवसर है जो हमें जीवन और परलोक के बीच के रिश्ते को दिखाता है. होली का उत्सव मृत्यु को पार करने का प्रतीक है, यह शुभ जीवन की शुरुआत का संकेत देता है.
जीव इस दिन नाचते हैं और मिठाई से अपने साथियों को ढकते हैं.
- होली का उत्सव
- मृत्यु के बाद जीवन
धर्म और भक्ति का मिलन, मसान होली की कहानी
यह आख्यान सदियों से लोगों को प्रेरित करता है। होलिका दहन वाली होली, एक ऐसा त्योहार जो धर्म और भक्ति का अनुपात दिखाता है। इस महापर्व में, लोग आस्था से भरे हुए होते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं।
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